दिनांक 30 जूलाई 2023 को  विश्व मानव तस्करी निषेध दिवस के अवसर पर  अररिया जिला के पांच प्रखंड  कुसांकाटा  , अररिया  , सिकटी  , नरपतगंज  एवं फारबिसगंज के कुल दस गाँव मे निधारित स्थानो पर बाल दुव्यर्वेहार के खिलाफ कार्रवाई, नियम की जानकारी, के साथ जागरूकता अभियान क्रार्यक्रम   जागरण कल्याण भारती फारबिसगंज   , सहयोग   कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन यू एस न ई दिल्ली  ,  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अररिया   , 52 एवं 56 वां एस एस बी बथनाहा एवं अररिया के द्वारा आयोजित  गया।         विश्व मानव दुर्व्यवहार निषेध दिवस के अवसर पर 30 जुलाई को  अररिया जिला के कई प्रतिष्ठानों, स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत के अलावा घर-घर जाकर जागरुकता अभियान चलाया गया। जागरुकता अभियान  में  दस  प्रमुख स्थलों पर विशेष कार्यक्रम किया गया और इस विषय पर विशेष जागरुकता की बात कही गई।जिसमें भारी संख्या में  सभी वर्ग के लोग शामिल हुए और सभी ने विश्व मानव दुर्व्यवहार ट्रैफिकिंग के खिलाफ शपथ लिया। वहीं  जिसमें धर्मगुरुओं के साथ बच्चे भी शामिल हुए। सभी ने बाल संरक्षण अधिनियम से जुड़े समाज में स्थापित सारी कुव्यवस्था के खिलाफ शपथ लिया। उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा की हम सब इसके खिलाफ हैं और अपनी संघर्ष जारी रखेंगे जबतक यह कुव्यवस्था पुरी तरह से समाप्त ना हो जाए। आज के समय में इतनी जागरुकता अभियान चलने के बावजूद अभी भी ये कुरीतियां समाज में व्याप्त है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के 2021के आंकड़ों से पता चलता है की देश में हर घंटे नौ बच्चे लापता होते हैं। जबकि रोजाना आठ बच्चे ट्रैफिकिंग के शिकार होते हैं। रिपोर्ट बताता है कि 2021में देश 77535 बच्चे लापता हुए जो 2021के मुकाबले इकतीस फिसदी से ज्यादा है। सरकार और प्रवर्तन एजेंसियां पुरी मुस्तैदी से बच्चों की ट्रैफिकिंग रोकने के प्रयास में जुटी हुई है। लेकिन, इस संगठित अपराध को देश में पुरी तरह से खत्म करने के लिए एक कड़े एंटी ट्रैफिकिंग कानून की सख्त जरूरत है। इसलिए सरकार संसद में एंटी ट्रैफिकिंग बिल शीघ्र पास कराएं।