कर्नाटक के हुबली धारवाड़ में 12 से 16 जनवरी तक आयोजित 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2023 में आर्यभट्ट साइंस क्लब के समन्वयक एवं रंका अनुमंडल निवासी आलोक कुमार चौधरी को सर्वोच्च राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. ये पुरस्कार व्यक्तियों और स्वैच्छिक संगठनों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों की पहचान के लिए दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों का उद्देश्य युवाओं को राष्ट्रीय विकास या समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना और उनमें समुदाय के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है और इस तरह अच्छे नागरिक के रूप में उनकी क्षमताओं में सुधार करना है। नवाचार, संस्कृति, मानव अधिकारों की सुरक्षा, कला और साहित्य, पर्यटन, पारंपरिक चिकित्सा, सक्रिय नागरिकता, सामुदायिक सेवा, खेल और शैक्षणिक उत्कृष्टता जैसे गतिविधियों के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। कर्नाटक के महामहिम राज्यपाल थावर चंद गहलोत, युवा एवं खेल मंत्री, भारत सरकार, अनुराग सिंह ठाकुर, कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री, बसवा राज बोम्मई, निवासी आलोक चौधरी को एक प्रमाण पत्र, पदक और एक लाख रुपये से सम्मानित किया। रांका अनुमंडल को विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। देकर सम्मानित किया गया इस खबर को सुनकर आर्यभट्ट साइंस क्लब व जिले के सभी सदस्यों में खुशी की लहर है।
वह बिना वित्तीय सहायता के झारखंड राज्य के पिछड़े जिले में एक विज्ञान क्लब चला रहे हैं, जिसे विज्ञान प्रसार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा उनकी विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के लिए चार बार स्वर्ण श्रेणी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। छात्र वैज्ञानिक व्याख्यान, और विज्ञान प्रयोगशाला यात्राओं की तरह।
आर्यभट्ट साइंस क्लब के समन्वयक होने के नाते, रांका ने समाज की मदद के लिए कई पहल की जैसे नल वितरण, पौधे वितरण, कोविड टीकाकरण प्रचार, विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर विज्ञान रेल, तंबाकू को ना कहना, तनाव को दूर करना आदि। लॉकडाउन "योर स्माइल मैटर चैलेंज, प्लांटेशन, रामानुज अमृत भारत गणित यात्रा, वृक्ष लगाकर देखो अच्छा लाता है आदि।
उन्होंने कम उम्र में साइंस कम्युनिकेटर ऑल मेथड ऑफ इट साइंस राइटर, साइंस एक्टिविस्ट, साइंस रिपोर्टर, साइंस फिल्ममेकर स्टूडेंट साइंस मोटिवेशन प्रोग्राम फॉर फ्री इनोवेशन रिसर्च में बेहतरीन मुकाम हासिल किया है।
छात्रों के वैज्ञानिक और अभिनव विकास के लिए काम करना, ताकि वे वैज्ञानिक रूप से सोच सकें, नवाचार कर सकें और उद्यमिता कर रोजगार सृजित कर सकें। इसके लिए आलोक ने झारखंड के विभिन्न स्कूलों का नि:शुल्क दौरा किया या ऑनलाइन किया और छात्रों को कौशल सीखने और उत्पाद विकास से लेकर मार्केटिंग तक का परामर्श दिया। विकसित किए गए कुछ डिजिटल उत्पादों में एक विज्ञान चैनल, अवसर पोर्टल, कोवि जागरूक गेम, कोविड सूचना पोर्टल, लर्निंग पोर्टल, छात्रों के लिए आईओटी पोर्टल, ब्लाइंड स्टिक सेलिंग पोर्टल आदि शामिल हैं। इन पोर्टलों की स्थिति को देखते हुए 20 लाख लोग हमारे माध्यम से गए। द्वार। मेरे अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग, सरकार। भारत के संरक्षक से झारखंड राज्य परिवर्तन के क्षेत्रीय संरक्षक को पदोन्नत किया गया।
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