कोरोना के खतरों को लेकर प्रधानमंत्री की हाई लेवल मीटिंग, कोरोना को लेकर की गई तैयारियों पर हुई चर्चा
नया साल आते आते एक बार फिर से कोरोनावायरस ने दुनिया को दहशत में डाल रहा है। देश में एक बार फिर से कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन बीएफ.7 के सामने आने के बाद दहशत का माहौल बन गया है। इसको लेकर केंद्र सरकार सतर्क है। महामारी के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हाई लेवल रिव्यू मीटिंग बुलाई यह बैठक करीब एक घंटे चली।
पीएम मोदी की इस हाई लेवल बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, आईसीएमआर के अधिकारी, सिविल एविएशन के अधिकारी, नीति आयोग के वीके पॉल और अन्य मौजूद रहे। बैठक में मौजूदा तैयारियों की समीक्षा की गई और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई है।
विदेश आने वाले यात्रियों पर खास नजर
केंद्र सरकार ने कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमण को रोकने के लिए विदेश से आने वाले यात्रियों को लेकर खास दिशा-निर्देश दिए हैं। देश भर के हवाईअड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। केंद्र सरकार ने ओमिक्रोन के नए वैरिएंट से संक्रमण को लेकर लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सोशल दूरी बनाए रखने के साथ ही मास्क लगाने की हिदायत दी जा रही है। साथ ही कोरोना पॉजिटिव के नमूने INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
चीन समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर आ गई है। देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट सामने आने के बाद इसके खतरे को वक्त रहते रोकने के लिए सरकार प्रयास में जुट गई है। इसे लेकर जरूरी परीक्षण किए जा रहे हैं। वहीं, राज्यों की सरकारें भी काफी सतर्क दिख रही हैं। गौरतलब है कि गुजरात और ओडिशा में अक्टूबर-नवंबर में ओमिक्रोन के बीएफ.7 और बीएफ.12 वैरिएंट से संक्रमित चार मरीज सामने आए थे।
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